खेल को खेल जानकर खेलती हुई कविता , खोलती,टटोलती हर दम खेल खेलती जिंदगी .... हम खेल खेलते हैं .......... खेल को खेल जानकर खेलती हुई कविता , खोलती,टटोलती हर दम खेल खेलती जिंदगी .... हम ख...
मिटा दिया नफ़रत बुराई इंसान के दिमाग से खेल ख़ुदा सा कर दिया संसार को सब एक कर मिटा दिया नफ़रत बुराई इंसान के दिमाग से खेल ख़ुदा सा कर दिया संसार को सब एक कर
आज कल के बच्चे अपना बचपन जीना भूल गए हैं ! आज कल के बच्चे अपना बचपन जीना भूल गए हैं !
मदारी का खेल मदारी का खेल